तुझे याद करने की शायरी याद
जब नज़रें तुझ पर पड़ती है , तो जिस्म भी उतार-चढ़ाव । अक्सर तुझ संसार में खो रहता हूँ, और उसमें गुजारा करता हूँ । तुझे पाना एक चाहत है, जो �
जब नज़रें तुझ पर पड़ती है , तो जिस्म भी उतार-चढ़ाव । अक्सर तुझ संसार में खो रहता हूँ, और उसमें गुजारा करता हूँ । तुझे पाना एक चाहत है, जो �
कुछ बातें होती हैं जिन्हें कहना मुश्किल लगता है। ज़िन्दगी के असल चेहरे| कुछ ऐसे अनुभव होते हैं जो शब्दों में ढल न सकें। ऐसी उमंग होती है